मोहब्बत और जंग में सब कुछ जायज होता है । यह शब्द हर प्यार करने वाले के मुख सेसूनाजाता है लिकिन क्या हर प्रेमी येसा कर सकता है तो जबाब होगा नहीं क्यो की आज तो प्रेम का मतलब ही वासना शारीरिक भूखऔर आकर्षण है । हर कोई आपनी प्रेमिका के सामने लैला मजनू हीर राँझा और साथ ही साथ मीरा और कृष्ण की उचाई तक कूद को पहुचने की झूठी कोशिश करते है । लेलिन वासना की भूख मिटते ही व इस दुनिया के सामने मुँह चुरा कर चोरो की तरह भाग जाते है .और लुटी इज्जत के साथ व लड़की जो भावनावों में बह कर आपना सब कुछ गवां देतीहै अब वह ठोकरे या समाज के ताने सुनने पर मजबूर हो जाती है कभी कभी इस प्यार के जहासे में आकर वैश्य प्रब्रिती के दल दल में फस जाती है हर वर्ष कितनी आत्म हत्या और कितनी मर दी जाती है ।
लेकिन इसके साथ साथ आज बदलते परिवेश में कुछ लड़कियां लड़कों को अपने झूठे प्यार में फसा कर उनके पैसे और शान शौकत का बखूबी मजा लोटती है वह अपनी शौक को पूरा करने ले लिए किसी के साथ किसी भी had तक ja सकती है .लेकिन आज भी koochh जो jamane से तंग आकर एक साथ कूद खुशी कर लेते है इनके सच्चे प्यार को मरने के bad भी मीडिया और समाज में badnami ही नसीब होता है । लेकिन प्रेम में koorban ये प्रेमी और प्रेमिका उन चोरो से अच्छे है जो joothe प्यार का dikhawa कर के hajaron मासूम की jindgi lotte है क्या वासना ही प्यार है दिल के रिश्ते की कोई ahmiyt nhin जिस देश में प्यार को पूजा का नाम दिया जाता है इसके bad भी लोग १४३ के sidhe rup में फस गए है तो आप ख़ुद ही समझ सकते है की की यह प्यार कितने दिनों तक चल सकता है ।