Friday, May 22, 2009

अपना रिश्ता

ये दोस्त का रिश्ता बड़ा ही प्यारा है ।
जैसे खिला हुआ गुलिस्ता हमारा है
महक फूलों की तरह
चहक चिडियों की तरह
गुजते गुंजन की तरह
यह रिश्ता हमारा है दोस्ती

दोस्ती का रिश्ता बड़ा ही प्यारा है
दुःख दर्द में भी साथ चलना
गेरों के बिच में अपना बनाये रखना
रखना विश्वाश मेरा , हमेसा अपने दिल में
ग़मों के पतझड़ में ख़ुद को बनाये रखना
रखना विश्वाश ख़ुद का ख़ुद को बनाये रखना
अपना ये रिश्ता खुदा से भी प्यारा है ।
दोस्ती का रिश्ता बड़ा ही प्यारा है
आगन में साथ चलना
राहों में साथ चलना
जिन्दगी के सफर में भी साथ साथ चलना
दूरियां बहुत हों पर दिल के पास रहना
खुशियों से दामन ख़ुद का सजाये रखना
हँसाना और मुस्कुराना और एक साथ रहना
वादा हमेशा मुझसे बस इतना ही करना
बस दोस्ती का रिश्ता अपना बनाये रखना

6 comments:

  1. khte hai dosti ka rishta atoot hota hai ,aur aapki nayi post is baat ko saabit karti hai

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  2. risto ki ahmiyat ko hum sabhi ko samghana chahiye.kaphi achcha likhe hai .danyabaad

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  3. sach-much bhai jaan dosti ka rishta duniya me sabse khoobsurat hota hai.

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  4. vishwas n toote bas dosti apne aap bani rhegi.

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  5. aape kafhi achchha likha hai.dosti khuda se badhkar hai .

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  6. aapne kaafhi achchha likha hai.dosti khuda se badhkar hai.

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